केलांग (लाहौल-स्पीति)
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग का दौरा किया। उनके साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी थे। सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे नड्डा मनाली स्थित सासे हेलीपैड में हेलीकाप्टर से उतरे। इसके बाद अटल टनल के साउथ पोर्टल से होते हुए नॉर्थ पोर्टल पहुंचे। उनका लाहौल परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया। वह इसके बाद सिस्सू तक गए।
उन्होंने कहा कि 9.9 किलोमीटर लंबी अटल टनल इंजीनियरों, बीआरओ और रक्षा मंत्रालय के लिए बड़ी उपलब्धि है। इसके निर्माण से बॉर्डर सुरक्षित हुआ है।
भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था कि इस तरह की टनल बने। उन्होंने इसका नींव पत्थर भी रखा। यूपीए की सरकार में काम लंबित पड़ गया। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो काम पूरा हुआ। यह रक्षा मंत्रालय और पर्यटन के लिए बड़ी देन है।
लाहौल-स्पीति जिला मुुख्य धारा से जुड़ा है। छह महीने बर्फ से कटा रहने से सेना को दिक्कत आती थी। अब बॉर्डर सुरक्षित हुआ है। सिस्सू में लाहौल-स्पीति के रंगरीक में हवाई पट्टी के निर्माण और भोटी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग पर स्पीति के लोगों ने तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा के नेतृृत्व में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को ज्ञापन सौंपा।
मंत्री मारकंडा ने कहा कि स्पीति के रंगरीक में हवाई पट्टी बनने से देश की सामरिक स्थिति और मजबूत होगी। तांदी संघर्ष समिति ने भी नड्डा को चंद्राभागा नदी में प्रस्तावित 104 मेगावाट क्षमता की तांदी जलविद्युत परियोजना को निरस्त करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। जेपी नड्डा सिस्सू रेस्ट हाउस में करीब आधा घंटा रुके। इस दौरान उन्हें पारंपरिक व्यंजन चिलड़ और उबले हुए आलू का व्यंजन परोसा गया।